जिब्रेलिन (Gibberellin) क्या है ?

जिब्रेलिन (Gibberellin) क्या है ?

जिबरेलिन एक प्रकार का वृद्धि हार्मोन है। जिब्रेलिन (Gibberellin) खोज कुरोसावा ने 1926 ईस्वी में की थी।
जिब्रेलिन के लगभग 100 से भी अधिक प्रकारों का पता लगाया जा चुका है। 
जिब्रेलिन का संश्लेषण प्ररोह, शीर्ष, तरूण पत्तियों, तरुण बीजों तथा भ्रूण में होता है। यह एक प्रकार का वृद्धि हार्मोन है। पौधे को लंबाई प्रदान करती है। जिब्रेलिन (Gibberellin) बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रेरित करता है।

जिब्रेलिन के कार्य (Role of gibherellins)

1 तने का दीर्धीकरण (Sterm elongation) जिब्रेलिन  कोशिकाओं का दीर्धीकरण करता है। जिसके फलस्वरूप पौधों की लम्बाई बढ़ जाती है।  जिब्रेलिन उपचार द्वारा बौने पौधे को भी लम्बा किया जा सकता है 

2 वृद्धिदर पर प्रभाव (Effect on growth rate) जिब्रेलिन,कोशिका-दीर्धीकरण के द्वारा वृद्धि दर को बढ़ाते हैं। जिब्रेलिन, ऑक्सिन की तुलना में 300 गुना अधिक सक्रिय होते हैं।

3 पुष्पन पर प्रभाव (Effects on flowering) GA पुष्पन पर ऑक्सिन का उल्टा प्रभाव डालते हैं नर पुष्यों के निर्माण को बढ़ाता है।

4 प्रसुप्तावस्था को दूर करना (Breaking of dormancy) जिब्रेलिन बीजों तथा कन्दों की प्रसुप्तावस्था को नष्ट करते हैं तथा इन्हें अंकुरित होने के लिए प्रेरित करते हैं । 

5 प्रकाश संवेदी बीजों का अंकुरण (Germination of light sensi- tive seeds) सलाद एवं तम्बाकू के बीजों को अंकुरण के लिए प्रकाश अनिवार्य होता है।

6 किण्वन पर प्रभाव (Effect on fermentation) जिब्रेलिन किण्वन की दर को बढ़ा देता है इसलिए इनका उपयोग बेकरी (Bakery) में किया जाता है। 

7 एमाइलेज का निर्माण (Synthesis of u-amylase)  जिब्रेलिन से मक्का के अंकुरित बीजों में - एमाइलेज का निर्माण

दीर्घ दीप्तिकालिक पौधों में पुष्पन (Early flowering in long day plant),बसन्तीकरण या शीत उपचार का प्रतिस्थापन (Substitution of cold treatment or Vernalisation)

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