NRIs कौन होते हैं? - NRI Full Form

NRIs कौन होते हैं?

  • अनिवासी भारतीय (NRI) ऐसा भारतीय पासपोर्टधारक होता है जो किसी वित्तीय वर्ष में कम-से-कम 183 दिनों के लिये किसी अन्य देश में रहता है।
  • NRIs को वोट देने का अधिकार होता है और सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह कि उनकी केवल वही आय भारत में कर योग्य होती है, जो वे भारत में कमाते हैं।

NRI Full Form

  • NRI Full Form in English - Non-Resident Indian
  • NRI Full Form in हिंदी - अनिवासी / अप्रवासी भारतीय

NRIs (गैर-राष्ट्रीय भारतीय) भारतीय नागरिक होते हैं जो विदेश में निवास करते हैं और अपनी नागरिकता का प्रयोग नहीं करते हैं। ये लोग विभिन्न कारणों से विदेश जाते हैं, जैसे कि व्यापार, नौकरी, शिक्षा, परिवार के साथी का समर्थन या विवाह। वे विदेश में अपनी नौकरी या व्यवसायिक गतिविधियों के लिए वहां रहते हैं, लेकिन उनकी मुख्य आधिकारिक निवासस्थान भारत ही होती है।

 

एक व्यक्ति को NRI के रूप में मान्यता मिलने के लिए, उसे अपने निवासी देश के बाहर रहने के लिए निर्धारित समयवार्डी की आवश्यकता होती है। जैसे कि भारत के लिए, यह समयवार्डी 182 दिन हो सकती है। यह समयवार्डी नियमों और विधानों के अनुसार निर्धारित की जाती है और यह निवासी देश के कर नियमों पर भी प्रभाव डाल सकती है।

 

NRIs अपने मूल नागरिकता के साथ साथ अपने मातृभूमि देश भारत के साथ भी संबंध बनाए रखना पसंद करते हैं। वे अपने परिवार, संप्रभुता, संस्कृतिविद्यालयी शिक्षा, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपने भारतीय मूलों का संबंध बनाए रखते हैं।

 

NRIs को अपने भारतीय मूलों का संबंध बनाए रखने के लिए कई सरकारी और गैर-सरकारी सुविधाएं और योजनाएं उपलब्ध होती हैं। उन्हें विदेशी देश में अपने निवासी देश के बारे में जानकारी और सहायता प्रदान करने के लिए विदेश भारतीय मामला विभाग जैसी संगठनों का समर्थन मिलता है। इन संगठनों द्वारा उन्हें मातृभूमि भारत के साथ संपर्क बनाए रखने का मौका मिलता है और उन्हें अपने समुदाय के अन्य सदस्यों के साथ जुड़ाव और सहयोग का अवसर मिलता है।

 

NRIs को अपने निवासी देश में कई आरामदायक सुविधाएं और अवसर भी मिलते हैं। वे विदेश में अधिकांश देशीय नागरिकों की तरह व्यापार, नौकरी, उच्च शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में सक्रिय रहते हैं। वे विदेशी मुद्रा में आय और विदेशी मुद्रा में निवेश करके अपनी आर्थिक स्थिति को ुदृढ़ बना सकते हैं।

 

NRIs की महत्वपूर्ण भूमिका भारतीय अर्थव्यवस्था में भी होती है। वे विदेशी मुद्रा में अपने निवेश करके भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थायी स्रोतों के साथ सुदृढ़ बनाने में मदद करते हैं। उनके निवेश और आय के माध्यम से वे भारतीय वित्तीय बाजार को सक्रिय और उद्यमी बनाते हैं। इसके अलावा, वे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक विदेशी मुद्रा और तकनीकी सहायता प्रदान कर सकते हैं।

 

NRIs का एक और महत्वपूर्ण योगदान उनकी विदेश में रहने के दौरान प्राप्त की गई विदेशी शिक्षा होता है। वे अपनी विदेशी शिक्षा और उच्चतर शिक्षा प्राप्त करने के बाद उसे भारतीय अभियांत्रिकी, मेडिकल, विज्ञान, प्रबंधन और अन्य क्षेत्रों में लागू करके अपने देश के विकास में योगदान कर सकते हैं।

 

एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि NRIs द्वारा विदेश में कमाई की गई राशि अक्सर उनके परिवार और मातृभूमि देश को भेजी जाती है। इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और वे उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य महत्वपूर्ण सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, NRIs अक्सर अपने गांवों और शहरों के विकास के लिए योगदान करने के लिए निवेश करते हैं। उन्हें भारतीय समुदाय के साथी और स्थानीय निवासियों के साथ सहयोग करके सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है।

 

NRIs को उनकी मातृभूमि भारत में बहुतायत सम्मान और महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त होता है। उन्हें स्वागत किया जाता है और उन्हें अपनी संस्कृति, भाषा, राष्ट्रीय त्योहार और महोत्सवों में सम्मानित किया जाता है। भारत सरकार ने भी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से NRIs को भारतीय सामाजिक और आर्थिक संरचना में शामिल करने के लिए कदम उठाए हैं।

 

संक्षेप में कहें तो, NRIs विदेश में निवास करने वाले भारतीय नागरिक होते हैं जो अपनी मातृभूमि भारत के साथ गहरा संबंध बनाए रखना पसंद करते हैं। वे विदेश में अपनी नौकरी, व्यापारिक गतिविधियों, उच्च शिक्षा और अन्य सुविधाओं के माध्यम से अपने आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करते हैं। इसके साथ ही, वे भारतीय अर्थव्यवस्था, सामाजिक संरचना और सांस्कृतिक मान्यताओं के विकास में भी योगदान करते हैं। उन्हें स्वागत किया जाता है और उन्हें मान्यता और सम्मान प्राप्त होता है।


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